आंसुओं की धारा से कर्बला के शहीदों को पेश किया नजराना-ए-अकीदत
1 min readआंसुओं की धारा से कर्बला के शहीदों को पेश किया नजराना-ए-अकीदत
अंबेडकरनगर। नाना रसूले खुदा की वफात और नवासे इमाम हसन अलैहिस्सलाम के बलिदान दिवस पर 28 सफर बुधवार को जनपद भर में मजलिस, तकरीर, मर्सया, सोज, सलाम, नौहोमातम और आंसुओं की धारा से नजराना-ए-अकीदत पेश किया गया। नज्रो नियाज के अतिरिक्त अजादारों ने काले लिबास धारण कर शोक व्यक्त किया।
नगर के मोहल्ला मीरानपुर स्थित बड़ा इमामबाड़ा राजा साहब प्रांगण में अंजुमन अकबरिया द्वारा अलम व ताबूत मुबारक संग नौहाखानी-सीनाजनी किया। मरहूम आबिद हुसैन मुच्छन के आवास पर जामिन द्वारा और माहिर मिर्जा की ओर से आवासीय अजाखाने में मौलाना मोहम्मद अब्बास रिजवी ने मजलिस पढ़ते हुए कहा जितना कष्ट रसूल-ए-खुदा को पहुंचाया गया उससे कहीं अधिक तकलीफें उनके परिजनों को दी गईं। दूसरे इमाम हजरत हसन अलैहिस्सलाम को जहर देकर कत्ल किया गया। रजा अनवर, चंदन, बादशाह हुसैन, रजी अब्बास, कैफी, सादिक हुसैन आदि ने नौहा पढ़ा।