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स्वयं सहायता समूह” सखी” के कार्यकर्ताओं ने वेतन बढ़ोतरी को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

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स्वयं सहायता समूह” सखी” के कार्यकर्ताओं ने वेतन बढ़ोतरी को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

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अम्बेडकरनगर, अवधी खबर (बृजेश कुमार)। सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह सखी के कार्यकर्मियों ने वेतन वृद्धि के लिए अकबरपुर के कलेक्ट्रेट परिसर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर उग्र आंदोलन कर सरकार से वेतन बढ़ोतरी को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भेजा है। टाण्डा ब्लॉक अध्यक्ष मीना भारती ने कार्यकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन समूह सखी सरकार द्वारा वर्ष 2013-14 से चलाई जा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के शुरुआती दौर से ही हम लोग समूह से जुड़े हुए हैं हम लोगों को 5 से लेकर बीस – बीस समूह को देखना होता है बड़ी ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत का एरिया लगभग 3 किलोमीटर होता है ब्लॉक एवं जिला मुख्यालय जाने में 15 से 20 किलोमीटर तक की दूरी किराए से आना जाना पड़ता हैं, लेकिन हम सभी को औसतन 8 सौ से 1200 सौ रुपये तक मानदेय मिलता है,यह मानदेय साल दो दो तक नहीं मिलता हैं। करोना के समय से लेकर हम सभी के परिवार वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे हमारे छोटे-छोटे बच्चों के पालन पोषण के लिए एवं शिक्षा से वंचित हो जा रहे हैं, टाण्डा ब्लॉक अध्यक्ष मंजू ने कहा कि ब्लॉक के समूह कर्मचारियों द्वारा हम सब को प्रताड़ित किया जाता है। सभी कामकाज हम लोगों से करवाते हैं समूह गठन से लेकर बैंक में खाता खुलवाना आर०ए० एफ० और सीआईएफ की फाइल तैयार करना। ब्लॉक मैनेजर को अन्य सूचना प्रदान करना स्वास्थ्य विभाग के सभी काम करना तथा समय-समय पर जिले के अधिकारी और ब्लॉक के अधिकारी द्वारा जो काम दिया जाता है वह भी हम लोगों को सौंपा जाता है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा जारी शासनादेश से हमें मिलने वाला मनरेगा मेट का काम भी छीन लिया गया है। ऐसी स्थिति में हम सब के परिवार वाले समूह का काम छोड़ने का दबाव बनाते हैं, लेकिन सामाजिक प्रतिबद्धता के कारण छोड़ना नहीं चाहते हैं हम सभी अपने सम्मान के साथ अपनी मांग करते हैं। समूह सखी के जिलाध्यक्ष रीना राजपूत ने बताया कि मानदेय के लिए बनाया गया प्रारूप बहुत कठिन है इसको सरल किया जाए तथा मानदेय हर महीने हमारे पर्सनल खाते में दस तारीख तक भेजा जाए। समूह सखी का मानदेय कम से कम ₹10000 किया जाए। हम सभी अत्यंत गरीब परिवार से हैं इसलिए हमारे परिवार के लिए निशुल्क बीमा सुरक्षा प्रदान की जाए जिससे कोई घटना होने पर हमारे परिवार एवं बच्चों के जीवन यापन के लिए लाभ मिल सके। जिस प्रकार समूह सखी को बीसी सखी का कार्य करने की अनुमति मिली है। उसी प्रकार मनरेगा में मेट का कार्य करने की अनुमति मिलना चाहिए। 05/04/2018 से ही सरकार द्वारा मानदेय भुगतान नहीं मिला है। जिससे भुगतान करना न्याय हित के लिए आवश्यक है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से टांडा ब्लाक के मंजू ,बीनू, मीना भारती ,पूजा देवी, शशि, कला ,रंजना ,मंजुला, सविता,चन्दा देवी,पूनम वर्मा, चंद्रावती, पुष्पा,कटेहरी ब्लाक से रीना चौहान ,अनीता देवी, किरण देवी, रामादेवी दुबे, आशा देवी, दुर्गावती, मीरा, निर्मला,गुंजन, रीता देवी, बसखारी ब्लॉक से रेनू, सुनीता यादव, पिंकी, पूनम देवी, पुष्पलता, सुशीला ,मीना, सहित अन्य समूह के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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