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भ्रष्टाचार में लिप्त बी डी ओ पर कुछ अधिक ही मेहरबान हैंं अधिकारी ….

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भ्रष्टाचार में लिप्त बी डी ओ पर कुछ अधिक ही मेहरबान हैंं अधिकारी ….

काफी समय से लगते रहें हैंं भ्रष्टाचार के आरोप , पर नतीजा सिफ़र …

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विनोद वर्मा / विजय चौधरी

अम्बेडकरनगर। अपने काले कारनामों को लेकर जनपद का पंचायतीराज विभाग हमेशा सुर्खियों में रहा है । भ्रष्टाचार इसकी जड़ तक इस तरह हावी हो चला है कि लाख प्रयास के बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहा है । नित नायाब भ्रष्टाचार के तरीके का इज़ाद भी कर रहा है । जिसके लिए विभागीय संरक्षण की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता । विभाग भी हर मोड़ पर ऐसे भ्रष्टाचार के आरोपियों का एक सशक्त पनाहगार साबित होता आ रहा है । इसी क्रम में जनपद की खण्ड विकास अधिकारी जो लगभग एक दशक से जनपद अंगद के पांव बनकर जमीं हुई है । जिनका विवादों से गहरा नाता हमेशा रहा है । जहाँ भी इस वी डी ओ की तैनाती होती है वह विकासखण्ड इसके प्रति भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुखर विरोध पर उतर जाता है । फिर आला अधिकारियों की अनुकम्पा पर हमेशा इनके ऊपर स्नेह ही बना रहा है ।


जनपद के विकासखण्ड टाण्डा के ग्राम प्रधानों ने इनपर खुलेआम कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए स्थानांतरण के मांग का लोकतांत्रिक फंडा भी अपनाया जिला पंचायत अध्यक्ष व जिलाधिकारी को इस संदर्भ में ज्ञापित भी किया । पर उसके रसूख के सामने असहाय हो गये । इस प्रकरण की राख अभी शांत भी नहीं हुई कि 66हज़ार रुपये घूस मंगाने की ऑडियो व वीडियो जारी होकर विभाग को एक बार इस विभाग के सत्यनिष्ठा पर प्रश्नचिंह लगाते हुए विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया ।
विदित हो कि जनपद के खण्ड विकास अधिकारी टाण्डा में तैनात सविता सिंह के ब्लॉक बसखारी में तैनाती के समय 66 हजार रुपये घूस लेने के आडियो व वीडियो शोशल मीडिया पर प्रमुखता प्रसारित होने के मामले को मुख्य विकास अधिकारी घनश्याम मीणा ने संज्ञान लेते हुए दो सदस्यीय जांच कमेटी बनायी है । जिसमें उपजिलाधिकारी टाण्डा अभिषेक पाठक की अध्यक्षता में गठित कर मामले की गहनता से जांच कर यथा शीघ्र रिपोर्ट मांगी है।


जांच हेतु उपजिलाधिकारी टाण्डा अभिषेक पाठक को अध्यक्ष व जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय को सदस्य नामित किया है।मामला बसखारी विकास खण्ड में तैनाती के दौरान बसखारी विकास खण्ड के तत्कालीन ग्राम प्रधान रणजीत पासवान से जुड़ा है । जिनका आरोप है कि ग्राम में कार्य स्वीकृत हेतु 66 हजार रुपये सचिव के माध्यम से रिश्वत लिया है। इस संबंध में एस डी एम ने बताया कि मामले की सूक्ष्म जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी।

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