बेमौसम बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल
1 min readबेमौसम बारिश ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल
-गांव में सफाई व्यवस्था चौपट
-संक्रामक रोगों का बढा खतरा
-पानी की निकासी ना होने की वजह से नालियों में भरा हुआ है गंदा पानी
आलापुर, अम्बेडकरनगर। स्थानीय तहसील क्षेत्र में दो दिनों से जारी रही बेमौसम बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। बारिश से क्षेत्र के विभिन्न कस्बों व गांवों में नालियां पूरी तरह चोक है। इससे नालियों का पानी और कूड़ा मार्गो पर आ गया। हल्की सी बरसात भी यहां की स्थिति बदतर हो जा रही है। जल निकासी के लिए बनाई गई नालियां चोक हो चुकी हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता मिशन व अभियान का शहर में कहीं भी कोई असर नहीं दिख रहा है। कई मोहल्ले तो ऐसे हैं जहां गंदगी के अंबार के कारण बदबू से सांस लेना दुश्वार हो रहा है। ऐसे में यहां संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ता दिख रहा है।
बता दें कि स्थानीय तहसील क्षेत्र के नवसृजित नगर पंचायत जहांगीरगंज व राजेसुल्तानपुर कस्बों समेत ब्लाक क्षेत्रों के गांवों में बनी जलनिकासी की नालियों की सफाई न होने से नालियां चोक पडी है जिससे अचानक बारिश होने से सफाई व्यवस्था की पोल खुल कर सामने आ गई। जरा सी बारिश में नाली बजबजाने लगे। जिससे कीचड़ व गंदगी उभर कर सड़क व फुटपाथ तक आ गई। कीचड़ फिसलन होने के कारण राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक ओर प्रशासन सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर लोग गंदगी के आलम से लोग परेशान हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता मिशन व अभियान का शहर में कहीं भी कोई असर नहीं दिख रहा है। कई मोहल्ले तो ऐसे हैं जहां गंदगी के अंबार के कारण बदबू से सांस लेना दुश्वार हो रहा है। गांव में ठीक प्रकार से जल निकासी का इंतजाम न होने के चलते ग्रामीण बद से बदतर जीवन जीने को मजबूर है जलनिकासी न होने से ग्रामीण के घर मे ही रोजमर्रा का इस्तेमाल होने वाला पानी भरा रहता है। बरसात में यह समस्या तो और भी जटिल हो जाती है जब सड़को पर भरा पानी लोगो के घरो मे नालियों के रास्ते प्रवेश करता है जिसमे से कीड़े मकोड़े निकल कर पूरे घर मे दौड़ते है। जल निकासी की दिशा में ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व में काम जरुर किया गया है मगर फिर भी उचित इंतजाम करने में सफलता नहीं मिली है। जगह जगह संपर्क मार्गो पर जल जमाव, टूटी नालियां, लोगों के लिए परेशानी बनी है तो कुछ जगहों पर हाल ये की अपनों घरों के अंदर लोग गढ्डे खोदकर पानी जाम करना मजबूरी बता रहे हैं। गांव की बदहाल नालियों की सफाई नहीं होने के चलते हल्की बारिश में भी मुसीबत से ग्रामीणों को दो चार होना पड़ता है।
इतना ही नहीं दो दिनों से अचनाक शुरू हुई बेमौसम बारिस से मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों का लोगों में भय बना हुआ है संक्रामक रोगों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है ग्राम वासियों का आरोप है कि सफाई कर्मी कभी आता है और कभी नहीं अगर आता भी है तो थोड़ा बहुत काम करके चला जाता है।