कोरोना महामारी में चुनाव प्रचार करना प्रत्याशियों के लिए बनी चुनौती
1 min readकोरोना महामारी में चुनाव प्रचार करना प्रत्याशियों के लिए बनी चुनौती
आलापुर,अम्बेडकरनगर। कोरोना वायरस की दूसरी लहर प्रदेश में जहां कहर बरपा रही है वहीं पंचायत चुनाव प्रचार भी शबाब पर है। कोरोना संक्रमण के खतरे को रोकने के दो दिनों के लिए हुए लाकडाउन में रविवार को भी लोग घरों में ही दुबके रहे। घोषित लाकडाउन के चलते मुख्य बाजार बंद रहे। सड़कों पर दूसरे हदन भी हल्का आवागमन चलता रहा। लाकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस चौराहों पर तैनात रही।
बता दें कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर प्रदेश में कहर बरपा रही है। लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या में बृद्धि होने से लोग काफी भयभीत है। कोरोना से जंग में शनिवार से रविवार दो दिनों के लिए घोषित लॉकडाउन के क्रम में बीते शुक्रवार की शाम से ही क्षेत्र में सन्नाटा छा गया। इस दौरान सड़कें पूरी तरह सूनी रहीं और बाजार बंद रही। बीच-बीच में इक्का-दुक्का लोग ही निकलते नजर आए। सब्जी मंडी, किराना, दूध तक की दुकानें बंद रहीं। शुक्रवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक के लिए लागू किए गए कर्फ्यू के दौरान रविवार को भी लोग अपने घरों में रहे। लाकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस चौराहों पर मुस्तैद रही।
शनिवार व रविवार को दो दिनों के लिए हुए वीकेण्ड लाकडाउन से चुनाव प्रचार में जुटे प्रत्याशियों के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है जिससे काफी पशो पेश स्थिति में देखे जा रहे है। वैसे ही सिम्बल मिलने के दिन से मात्र छः दिन ही प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने का था लेकिन दो दिनों का लाकडाउन से उन्हे प्रचार प्रसार में कठिनाई का सामना करना पड है। जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत समेत ग्राम सदस्य के लिए हो रहे चुनाव में प्रचार का समय काफी कम होने से प्रत्याशियों की धडकने काफी बढी हुई है। ऐसे में प्रत्याशी सोशल मीडिया को ही हथियार बनाकर हाईटेक तरीके से चुनाव प्रचार कर रहे है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर प्रदेश में जहां कहर बरपा रही है वहीं पंचायत चुनाव प्रचार भी शबाब पर है। कोरोना महामारी में चुनाव प्रचार करना प्रत्याशियों के लिए चुनौती बन गया है। हर मतदाता तक पहुॅचने की होड और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना प्रत्याशियों के लिए मुशीबत से कम नहीं है। फिर भी चुनाव प्रचार में प्रत्याशी दम खम के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए है।