चुनाव से पहले ही घुटना टेक दिये सपा जिलाध्यक्ष , टिकट वितरण में खूब चली मठाधीशों की मनमानी ….
1 min readचुनाव से पहले ही घुटना टेक दिये सपा जिलाध्यक्ष …
टिकट वितरण में खूब चली मठाधीशों की मनमानी ….
राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष का निर्देश भी हुआ लाचार ….
दूसरे के विधानसभा में मठाधीशों ने खूब चलाये तीर …
विनोद वर्मा / विजय चौधरी
अम्बेडकरनगर। त्री पंचायती चुनाव के शंखनाद के साथ ही सभी दावेदार अपने पूरे दमखम के साथ इस तपती दोपहरी में गांवों की पगडंडियों पर चलकर हर मतदाता से मनुहार कर रहें हैंं । लगभग सभी प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवार भी घोषित कर चुकें हैंं । ऐसे में अपने व्यापक जनाधार का दम्भ भरने वाली सपा पूरी तरह से गैंगों में बंटी , कमज़ोर जिला नेतृत्व पूरी तरह मठाधीशी की दासता स्वीकार कर चुनाव से पहले ही घुटना टेक दिया । जिसका उद्देश्य पार्टी जनाधार बढ़ाना न होकर अपनी दुकान चलाना सर्वोपरि हो चला । दल के सभी दावेदारों को समय पर टिकट न देकर अंतिम दौर के नामांकन के समय डमी प्रत्याशी देकर नीलामी प्रक्रिया व दासभावना का पुख्ता सबूत भी पेश किया । अब वे प्रत्याशी बरबादी के मुहाने पर आ गये जिन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के उस निर्देश पर भरोसा कर अपना समय , श्रम व गाढ़ी कमाई चुनाव में खपा चुकें हैंं । इस बाबत राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्पष्ट निर्देश दिये हैंं कि जहाँ भी आम सहमति नहीं बन पाती है वहाँ दल के सभी प्रत्याशी को स्वतंत्र कर दिया जाय । ऐसे में फ्री फाइट की हसरत पाले सभी जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों को गहरा धक्का लगा । ए सभी उम्मीदवार अब बगावत के मूड में आकर जिलाध्यक्ष व दल को भी संदेश देना चाह रहें हैंं ।
मिली जानकारी के अनुसार सबसे दयनीय स्थित जनपद के विधानसभा कटेहरी के विकासखण्ड कटेहरी की है । जहाँ सपा के टिकट वितरण नियम के परखच्चे उड़े हैंं । जहाँ विधानसभा प्रभारी की बिल्कुल भी नहीं सुनी गयी , सभी सीटों पर दूसरे विधानसभा प्रभारी व मठाधीश हाबी रहे । कटेहरी विधानसभा प्रभारी अपने स्वजातीय को एक टिकट भी दिला पाने में असमर्थ रहे । सपा जिलाध्यक्ष की टिकट वितरण में की गयी भेदभावपूर्ण नीति व दुकान चलाने की नियति ने पार्टी को कितना क्षति पहुंचातीं है ? यह तो भविष्य के गर्भ में है ! पर जल्दबाजी व दबाव जिलाध्यक्ष के द्वारा लिया गया यह निर्णय उनकी अक्षमता व अकुशलता पर मुहर जरूर लगा रही है ।