अल इमाम चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन ख्वाजा शफाअत हुसैन ने उच्च न्यायालय के फैसले का किया स्वागत
1 min readअल इमाम चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन ख्वाजा शफाअत हुसैन ने उच्च न्यायालय के फैसले का किया स्वागत
अम्बेडकरनगर। अल इमाम चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन ख्वाजा शफाअत हुसैन एडवोकेट ने माननीय उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चयरमैन वसीम रिजवी द्वारा कुछ दिन पूर्व कुरआन की छब्बीस आयतों के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय में दी गई जनहित याचिका के खारिज होने पर जिले के तमाम मुसलमानों ने खुशी का इजहार किया है। सोमवार को बातचीत के दौरान उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि रिजवी द्वारा दाखिल की गई जनहित याचिका बिल्कुल असंवैधानिक थी। भारत के संविधान में भारत के प्रत्येक नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता दे रखी है और उसकी धार्मिक स्वतंत्रता को किसी भी प्रकार से छीना नहीं जा सकता। माननीय उच्च न्यायालय ने दुनिया के करोड़ो मुसलमानों की भावनाओं को देखकर फैसला लिया है जो अति सराहनीय है। वसीम रिजवी द्वारा आहत करने वाले इस कृत्य की जितनी भी निंदा की जाए कम है। हमें पूर्ण विश्वास था कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय इस याचिका को जरूर खारिज करेगा। वहीं शिया धर्मगुरु इमामे जुमा मौलाना सैयद नूरूल हसन रिजवी ने वसीम रिजवी के खिलाफ कड़ी निंदा करते हुए कहा कि कुरआन की आयतों के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करते हुए पूरी दुनिया के मुसलमानों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले रिजवी की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और माननीय उच्च न्यायालय का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।