आसन्न पंचायती चुनाव को लेकर बसपा ने 41 जिला पंचायत सदस्य के सापेक्ष 21 प्रत्याशियों की करी घोषणा …
1 min readआसन्न पंचायती चुनाव को लेकर बसपा ने 41 जिला पंचायत सदस्य के सापेक्ष 21 प्रत्याशियों की करी घोषणा …
जरगम मेंहदी के पुत्र फ़रमान मेंहदी आरिफ़ बसपा समर्थन से किये गये वंचित ..
प्रतिष्ठा परक बनी कटेहरी द्वितीय व तृतीय की तस्वीर अभी भी स्पष्ट नहीं …
विनोद वर्मा / विजय चौधरी
अम्बेडकरनगर। आसन्न पंचायती चुनाव को लेकर पूरे प्रदेश में शंखनाद हो चुका है । सपा व बसपा का अभेद्य दुर्ग बने अम्बेडकर नगर में भी चुनाव की सरगर्मी अपने पूरे शबाब पर आ चुकी है । हालांकि जनपद में चुनाव की तिथि अंतिम चरण यानी 29 अप्रेल को घोषित की जा चुकी है । अपनी वैतरणी पार करने हेतु जहाँ सत्तासीन भाजपा नयी इबारत लिखने की कशमकश में है । वहीं सपा व बसपा की अभेद दुर्ग बने जनपद में अपना वजूद बचाने के लिए जनता से निरन्तर सम्पर्क में रहकर अपने पक्ष में मनुहार कर रहें हैंं । समर्थित प्रत्याशियों के चयन में हो रहे देरी के कारण व दावेदारों की निरन्तर बढ़ती कतार के कारण जहाँ जिला पंचायत सदस्य के टिकट के निर्धारण में दलों के पसीने छूट रहें हैंं । वहीं कड़ी मशक्कत के बाद टिकट से वंचित हुए दावेदारों के बगावती तेवर भी उभरने लगे हैंं । हालांकि अभीतक प्रत्याशियों के चयन में बसपा अन्य सभी दलों से आगे है । फिर भी दशकों से बसपा के समर्थक रहे स्व .जरगाम मेंहदी के पुत्र फरमान मेंहदी आरिफ़ के टिकट से वंचित होने पर काफी चर्चा का कारण बना हुआ है । जनपद के 41 जिला पंचायत सदस्य के सापेक्ष 21 प्रत्याशियों की सूची बसपा द्वारा घोषित कर दी गयी । सबसे प्रतिष्ठा परक बनी कटेहरी द्वितीय जिससे निवर्तमान बसपा सदस्य जगदीश राजभर आज बसपा से निष्कासित होकर सपा के हमराह हो चलें हैंं । इस सीट को जहाँ बसपा हरहाल में बचाने की कोशिश में है , सपा के शरणागत हुए जगदीश का स्थानीय कमेटी में जबरदस्त विरोध भी चल रहा है । मजबूत जनाधार के बावजूद सपा शीर्ष नेताओं के स्वअहम भावना के चलते संगठनात्मक पकड़ ढीली होती नजर आ रही है । जिनके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश भी कोई मायने नहीं रख रहें हैंं । जिससे दलीय निष्ठा भी तार तार होकर गैंग नजर आने लगी है । यही कारण है शायद सपा अपने प्रत्याशी घोषित करने में काफी पिछड़ती जा रही है । फिर इस चुनावी समर का नज़ारा बड़ा ही दिलचस्प होता जा रहा है । असली तस्वीर तो टिकट वापसी के बाद ही स्पष्ट हो सकेगें । पर इस पंचायती चुनाव में उतरे सभी प्रत्याशियों व उनके आकाओं ने अपने तरकश से सभी तरह के तीर अभी से छोड़ने शुरू कर दियें हैंं ।