संविधान सभा के सदस्य बाबू गुप्तनाथ सिंह के कार्यों का होगा संकलन
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वाराणसी, (अवधी खबर)। झारखंड के पूर्व बिक्रीकर आयुक्त संजय कुमार राव ने सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक अतिथि निवास वाराणसी के अध्यक्ष शिवप्रसाद सिंह की अध्यक्षता में भभुआ चैनपुर संयुक्त विधान सभा (कैमूर,बिहार) के प्रथम विधायक एवम संविधान सभा के सदस्य रहे बाबू गुप्तनाथ सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व को जन जन तक पहुंचाने हेतु एक विचार गोष्ठी सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक अतिथि निवास (पटेल धर्मशाला) वाराणसी में आयोजित की। ध्यातव्य है कि इससे पूर्व पटना एवम भभुआ में ऐसी संगोष्ठी आयोजित हो चुकी है उसी सत्य में आज काशी में भी विमर्श हुआ।संगोष्ठी में हुए विचार विमर्श के सार को प्रस्तुत करते हुए पटेल स्मारिका, सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक, वाराणसी के प्रधान संपादक और अग्रसेन स्वायत्तशासी पी जी कॉलेज वाराणसी के मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. ओ पी चौधरी ने बताया कि 36 सदस्यीय संविधान सभा में पटेल समाज के इकलौते सदस्य थे। उन्होंने 1971 में कूर्मि क्षत्रिय जाति का संक्षिप्त परिचय नमक पुस्तक लिखा,जो बहुत ही चर्चित हुई और कुर्मी समाज के इतिहास को उद्घाटित करने वाली एक अनूठी रचना साबित हुई। जिसका पुनः मुद्रण भी 2003 में हुआ,लेकिन अब उपलब्ध नहीं है। एक ऐसा दस्तावेज जो बाद में दिलावर सिंह,रोशन लाल गंगवार सहित अनेक कुर्मी इतिहासकारों के लिए एक संदर्भ ग्रंथ साबित हुआ।

झारखंड रांची के भाई उपेंद्र सिंह के अथक प्रयास और संजय राव के अनवरत विचार विमर्श से बाबू गुप्तनाथ सिंह के कार्यों को समाज के सामने लाना है। साथ ही इस पुस्तक को पुनः मुद्रित कराना है। संजय राव ने बताया कि जनवरी या फरवरी में भभुआ के अखलखपुर में एक सेमिनार का आयोजन किया जाएगा जिसमें बाबूजी के पटेल कॉलेज के निर्माण,संविधान सभा में दिए गए भाषण,विधायक के रूप में किए गए कार्यों तथा कुर्मी समाज के इतिहास के बारे में लिखे गए आलेखों का संकलन कर पुस्तक का रूप दिया जाएगा,जिसमें मुख्य रूप से प्रो. गनौरी महतो, (अ. प्रा.,विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग,पटेल कॉलेज भभुआ) नालंदा तथा आलोक कुमार सिन्हा,हिमाचल प्रेस,पटना का सहयोग लिया जाएगा। आज इस विचार विमर्श में डा शिवलोचन सिंह,पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर एवम मंत्री, सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक अतिथि निवास वाराणसी, डा सीमा पटेल,एसोसिएट प्रोफेसर एवम विभागाध्यक्ष,इतिहास विभाग,पटेल कॉलेज,भभुआ, डा गीता सिंह, प्रधानाचार्य, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज,रामनगर,वाराणसी,श्री राजेश सिंह, कायरा प्रियदर्शी,कनुप्रिया आदि ने प्रतिभाग किया और अपने विचारों को रखा।
डॉ ओ पी चौधरी
वाराणसी।