अटल जी भारतीय राजनीति के श्लाका पुरुष थे : डॉ जगदीश सिंह दीक्षित
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वाराणसी (अवधी खबर)। श्री अग्रसेन कन्या पी.जी.वाराणसी के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई जी का जन्म दिवस सुशासन दिवस के रूप में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के संयुक्त मंत्री व प्रभारी उच्च शिक्षा डॉ जगदीश सिंह दीक्षित ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई जी अदभुत प्रतिभा के धनी थे। देश प्रेम के साथ ही हिंदी से भी बहुत लगाव था। अनेक राजनीतिक दलों के साथ मिलकर सरकार चलाने का जो कौशल उनमें था वह अन्य किसी में नहीं दिखाई देता है। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के समन्वयक,प्राचीन भारतीय इतिहास के विभागाध्यक्ष तथा परीक्षा नियंत्रक प्रो दुष्यंत सिंह ने कहा कि अटल जी पांच सिद्धांतों धर्म एवम अध्यात्म,तत्व ज्ञान एवम दर्शन,भौतिक जीवन में सत्यता, करुणा एवम प्रेम तथा सौंदर्य में पवित्रता पर आजीवन अनुप्राणित रहे।प्राचार्य प्रो.मिथिलेश सिंह ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की पूरे देश के भविष्य निर्माता थे। वे छात्र जीवन से ही बहुत अच्छे वक्ता थे।पत्रकार के रूप में भी बहुत चर्चित थे।प्रो.सिंह ने महामना मालवीय जी को भी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए,उनके योगदान की चर्चा किया।अभ्यगतों का स्वागत व विषय प्रवर्तन करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो ओ पी चौधरी ने अटल जी के व्यक्तित्व की चर्चा करते हुए शुचिता की राजनीति का पर्याय बताया। इस अवसर पर अटल जी की कविताओं का आंचल त्रिपाठी,प्राची सिंह,नेहा पटेल,प्रतिष्ठा यादव,सुजाता पाल ने बड़ी ही ओजपूर्ण वाणी में वाचन किया। मौसम सिंह ने अटल जी के व्यक्तित्व और राजनीतिक जीवन की संक्षिप्त झांकी अपने उद्बोधन में रखा। छात्रा कल्याण अधिष्ठाता प्रो सुमन मिश्रा, आई क्यू ए सी समन्वयक प्रो कुमुद सिंह,प्रो अनीता सिंह, डा अपर्णा शुक्ला, डा बंदनी,डा प्रतिभा, डा मेनका सिंह, डा प्रिया भारतीय, डा प्रतिमा त्रिपाठी, डा रश्मि सिंह, डा विनोद उपाध्याय, डा शशी बाला, डा पूनम श्रीवास्तव,डा मंजरी श्रीवास्तव, डा सुनीता सिंह, डा उषा चौधरी, डा सरला सिंह आदि प्राध्यापकों सहित काफी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, महाराज श्री अग्रसेन,अटल बिहारी वाजपेई जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवल से हुआ। संचालन प्रो. संध्या ओझा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ आराधना श्रीवास्तव ने किया।
डॉ ओ पी चौधरी
मीडिया प्रभारी