सकारात्मक सोच,सकारात्मक बात,सकारात्मक कार्य, बनाएंगे मानसिक रूप से मजबूत : प्रो मिथिलेश सिंह
1 min readसकारात्मक सोच,सकारात्मक बात,सकारात्मक कार्य, बनाएंगे मानसिक रूप से मजबूत : प्रो मिथिलेश सिंह

वाराणसी। विश्व आत्म हत्या निवारण दिवस 10 सितंबर के अवसर पर श्री अग्रसेन कन्या पी जी कॉलेज वाराणसी के परमानंदपुर परिसर में मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए परामर्श मनोवैज्ञानिक एवम कॉलेज की प्राचार्य प्रो मिथिलेश सिंह ने कहा कि इस वर्ष, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन,जो कि विश्व के 60 से भी अधिक देशों में आत्म हत्या निवारण दिवस आयोजित करता है, थीम रखा है, क्रिएटिंग होप्स थ्रू एक्शन अर्थात लोगों के बीच काम के जरिए उम्मीद कायम रखना। प्रो सिंह ने कहा कि सकारात्मकता ही हमें मानसिक व्याधियों से बचा सकती है। हमें लक्ष्य निर्धारित कर हमेशा उसी दिशा में कार्य करते रहना चाहिए।प्राचीन भारतीय इतिहास के विभागाध्यक्ष डा दुष्यंत सिंह यादव ने गीता के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए परा और अपरा ज्ञान की बात की।

समाजशास्त्र की सहायक आचार्य दुर्गा गौतम ने आत्म हत्या के कारणों का उल्लेख किया और समाधान के उपाय बताए। लेफ्टिनेंट उषा बालचंदानी ने ध्यान और योग के माध्यम से मानसिक विकारों के शमन की बात किया,कुछ अनुभव भी शेयर किया। छात्रा प्राची सिंह व सौम्या सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।कार्यक्रम का संचालन व स्वागत डा शशिबाला एवम धन्यवाद ज्ञापन डा मंजरी श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर डा आभा सक्सेना,डा अनीता सिंह, डा संध्या ओझा, डा विभा सिंह,श्रीमती बेबी गुप्ता,श्री अजय श्रीवास्तव,शमशेर सहित छात्राएं उपस्थित रहीं।
डा ओ पी चौधरी
मीडिया प्रभारी