शिष्यों में संस्कार डालना शिक्षक का गुरूत्तर दायित्व
1 min readशिष्यों में संस्कार डालना शिक्षक का गुरूत्तर दायित्व
श्री अग्रसेन कन्या पी०जी०कॉलेज में शिक्षक दिवस समारोह सम्पन्न

वाराणसी। वर्तमान काल में बच्चों में संस्कार डालना अति आवश्यक है और यह दायित्व निभाने में शिक्षक वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षक समुदाय उनके सर्वागीण विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान अवश्य दें। उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य अन्नपूर्णा सिंह ने श्री अग्रसेन कन्या पी०जी०कॉलेज में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्रबन्धक डॉ० मधु अग्रवाल ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि उनको
तराशने का दायित्व शिक्षकों के ऊपर है। विकासशील भारत में यह शिक्षकों के कंधों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षकों के परेशानियों को दूर करना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। महाविद्यालय की सहायक मंत्री डॉ० रूबी शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि हम सब मिलकर महाविद्यालय को ऊचाइयों पर ले जायेंगे। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो० मिथिलेश सिंह ने अभ्यागतों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षकों को सिर्फ छात्रों को सूचना देने तक सीमित
नहीं रहना चाहिए, अपितु उनके सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास करने पर उन्हें ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। इस अवसर पर ‘शिक्षक एवं शिक्षा : कल’ आज और कल विषय पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रशासन एवं मनोविज्ञान भाग के अध्यक्ष डॉ० ओ०पी० चौधरी ने कहा कि शिष्यों को आने वाली चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाना शिक्षक का दायित्व होता है। उनके अन्दर नैतिक मूल्यों का विकास करना आवश्यक है और यह कार्य शिक्षक आसानी से कर सकते हैं। कार्यक्रम के संयोजक एवं राजनीति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ० आकाश ने कहा कि शिक्षक सदैव समाज के निगाह में रहता है, अतः हम शिक्षकों की यह जिम्मेदारी बनती है कि समाज में हम अपने आचरण से एक उदाहरण प्रस्तुत करें। जो बदलाव हम दूसरों में देखना चाहते है, उसे पहले हमें अपने में लाना होगा। कार्यक्रम को भाजपा के काशी क्षेत्र के मण्डल प्रभारी अरूण कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मॉ सरस्वती, महाराजा श्री अग्रसेन एवं डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णनन के चित्र पर पुष्प अर्पण से हुआ। तत्पश्चात् संगीत विभाग के शिक्षिकाओं के निर्देशन में छात्राओं ने मॉ सरस्वती की आराधना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया। अभ्यागतों का स्वागत प्राचार्य प्रो० मिथिलेश सिंह, संचालन डॉ० आभा सक्सेना, संयोजन डॉ० आकाश एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ० प्रिया भारतीय ने किया।