उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा गेहूं व चावल
1 min readउपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा गेहूं व चावल
अमित सिंह

अंबेडकरनगर। जिले की एक दर्जन से अधिक कोटे की दुकानों पर न गेहूं मिल रहा और न ही चावल। सिर्फ चना, तेल व नमक से ही राशन कार्डधारकों को संतोष करना पड़ रहा है। इससे राशन कार्डधारकों को मुुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित कोटे से उन्हें चावल व गेहूं मिलेगा भी या नहीं, इसे लेकर भी संशय बना हुआ है।सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के तहत राशन कार्डधारकों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से निशुल्क गेहूं, चावल के साथ साथ एक किग्रा. चना, एक किग्रा. रिफाइंड ऑयल व एक किग्रा. नमक दिया जाता है। वैसे तो योजना के तहत 18 मार्च तक राशन का वितरण उपभोक्ताओं को कर दिया जाना चाहिए, लेकिन जिले में गेहूं की समुचित उपलब्धता न होने से वितरण की तारीख बढ़ाकर 23 मार्च तक कर दी गई है। इस बीच जिले में गेहूं की अनुपलब्धता के साथ-साथ चावल की भी कमी हो गई। नतीजा यह है कि अमेदा समेत एक दर्जन से अधिक कोटे की दुकानों से गेहूं के साथ-साथ चावल के भी वितरण का कार्य ठप हो गया है। संबंधित कोटे से जुड़े उपभोक्ताओं को सिर्फ चना, नमक व रिफाइंड ऑयल से ही संतोष करना पड़ रहा है।अमेदा कोटे से जुड़े उपभोक्ता दिलीप कुमार व रेखा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें कोटे से न तो गेहूं मिला और न ही चावल। कोटेदार की ओर से बताया जा रहा है कि गोदाम से ही नहीं मिल सका है। ऐसे में सिर्फ चना, रिफाइंड ऑयल व नमक से ही संतोष करना पड़ रहा है। सुमन व प्रेमलता ने कहा कि निशुल्क राशन का लाभ उन्हें अब तक नहीं मिल सका है। गेहूं व चावल न होने के चलते उन्हें सिर्फ नमक, चना व रिफाइंड ऑयल ही मिल सका है। उधर, जिलापूर्ति अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि 80 प्रतिशत राशन का वितरण हो चुका है। 20 प्रतिशत वितरण होना शेष है। 23 मार्च तक वितरण की तारीख बढ़ाई गई है। उपभोक्ताओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है। सभी को समुचित ढंग से राशन उपलब्ध कराया जाएगा।