किसानों की आवाज़ दबाने का प्रयास लोकतांत्रिक देश मे संवैधानिक अधिकारों का हनन है : मुसाब अज़ीम
1 min readकिसानों की आवाज़ दबाने का प्रयास लोकतांत्रिक देश मे संवैधानिक अधिकारों का हनन है : मुसाब अज़ीम
अम्बेडकरनगर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों के समर्थन में ट्रैक्टरों पर तिरंगा लगा कर ध्वजारोहण करने के आव्हान के क्रम में टाण्डा के पूर्व विधायक स्व अजीमुलहक पहलवान के पुत्र मुसाब अज़ीम सैकडों की तादाद में ट्रैक्टरों ले कर टाण्डा तहसील पर जा रहे थे कि प्रशासन ने उन्हें सिंहपुर में नज़रबंद कर दिया।
नज़रबंद किये जाने के बाद मुसाब अज़ीम ने कहा कि सरकार गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर भी विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए जिस प्रकार का दमनात्मक रवैया अपना रही है निंदनीय है। किसान 2 महीने से धरना दे रहे है गणतंत्र दिवस के अवसर पर निर्धारित रूटों पर ही किसानों की ट्रेक्टर रैली को रोकने के लिए की गई नाकाबंदी, पेट्रोल पम्पो से ट्रैक्टरों को डीजल देने पर रोक लगा कर किसानों की आवाज़ दबाने का प्रयास लोकतांत्रिक देश मे संवैधानिक अधिकारों का हनन है।
मुसाब अज़ीम ने कहा कि किसानों के सम्मान का ख्याल रखते हुए सरकार तत्काल एमएसपी की अनिवार्यता और तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों को राहत दे।
ट्रैक्टर यात्रा में मुसाब अज़ीम के साथ रविन्द्र यादव, राममिलन यादव,अबू बकर सिद्दीकी,आशाराम यादव,मो आसिम खान, वसीम खान, हरिकेश कनौजिया, प्रभात कुमार, जलाल , बाबूराम प्रधान, जितेंद्र यादव, शिवमूरत, शमशुलारफीन, संतोष कन्नौजिया, मेराज अहमद, अभिषेक वर्मा, शादाब अहमद, पंकज, ज़ीशान, शिन्टुल बीडीसी राशिद,ललतु, सुरेश यादव, अनिल यादव, वीरेन्द्र यादव, धर्मेंद्र यादव, सचिन यादव विपिन यादव, अमन यादव, विश्व जीत यादव ,राजकुमार सैनी, अमित सैनी, पथरु यादव, लालता यादव, रवि यादव,कुलदीप यादव,शाहिद कासमी, बलिकरन राजभर, उस्मान, अरमान आदि के साथ सैकड़ो की तादाद में कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे।