राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण है युवतियों की भूमिका : प्रो कमलेश झा
1 min readवाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज वाराणसी के बुलानाला परिसर के अपराजिता सभागार में आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत “राष्ट्र निर्माण में युवतियों का योगदान” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 8 जुलाई 2022 को किया गया।

जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में विश्वमांगल्य सभा की संगठन मंत्री और अखिल भारतीय छात्र संगठन की संयोजिका श्रुति मुकुंद देशपांडे ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को राष्ट्र निर्माण में स्वयं की भूमिका तय करने हेतु जागरूक करते हुए कहा कि भारत संस्कृति प्रधान देश है जहां विदेशी भी सीखने आते हैं। इसलिए हमें अपनी संस्कृति का सम्मान करते हुए अपना व्यक्तित्व निर्माण करना चाहिए क्योंकि व्यक्तित्व निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण संभव है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. मिथिलेश सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नारी युग निर्माता है। एक समाज तभी बदलता है जब नारी की सोच प्रखर होती है। नारी विकास का पूर्ण अवसर प्रदान करती है। उसमें अपार क्षमता है एक सुन्दर राष्ट्र निर्माणकर्ता बनने की।
पेशे से डॉक्टर और “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” अभियान वाराणसी महानगर की संयोजिका डॉ. रितु गर्ग ने कहा कि समभाव से रहते हुए स्त्रियां एक दूसरे की प्रेरणा बनें एक दूसरे के संघर्ष में शामिल हों ना कि ईर्ष्या द्वेष रखें तभी एक सुखद राष्ट्र का निर्माण हो सकता है।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए संस्कृत साहित्य के प्रोफेसर एवं भाजपा शिक्षक काशी प्रांत के संयोजक प्रो. कमलेश झा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बेहतर राष्ट्र निर्माण में सरकार द्वारा किया गया कार्य है। यह सिखाती है कि किस प्रकार व्यक्ति मानवीय मूल्यों को साथ लेकर विकसित हो सकता है। कार्यक्रम का कुशल संचालन महाविद्यालय के हिन्दी विभाग की प्राध्यापक डॉ. सुमन सिंह ने और धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. वन्दना उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्राएं और प्राध्यापक सभागार में उपस्थित रहें।
डॉ ओ पी चौधरी
मीडिया प्रभारी