रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है,यह महज एक भ्रांति है : डॉ मधु अग्रवाल

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वाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज वाराणसी के गृह विज्ञान विभाग एवम सामुदायिक सेवा केंद्र की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत विश्व रक्तदाता दिवस,14 जून, 2022 को आई एम ए, लहुराबीर, वाराणसी में रक्तदान संपन्न कराया गया। महाविद्यालय की छात्राओं- अदिति सिंह, रोशनी, वंदना पटेल, अपराजिता डूबे,वंशिका श्रीवास्तव एवम सोनी चौहान ने ब्लड डोनेट किया। ध्यातव्य है कि सभी छात्राओं ने पहली बार रक्तदान किया है।
इस अवसर पर आई एम ए के सभागार में ही एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई। महाविद्यालय की प्रबंधक डा मधु अग्रवाल ने रक्तदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा की प्रत्येक 18 वर्ष से अधिक वय का स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है,वह हर तीन माह के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है। डा अग्रवाल ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है,यह महज एक भ्रांति है। खून देने के बाद शरीर खून की कमी को पूरा करने में जुट जाता है,जिससे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं ज्यादा बनती हैं और सेहत में सुधार आता है। प्राचार्य प्रो मिथिलेश सिंह ने कहा कि पूरे शरीर में मौजूद 15वें भाग रक्त का हम दान करके 3 लोगों के जीवन की रक्षा करते हैं। दान किए गए रक्त को प्लाज्मा,लाल रक्तकण एवम प्लेटलेट्स में विभाजित किया जाता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 2004 से प्रतिवर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सामुदायिक सेवा केंद्र की निदेशक डा नीलू गर्ग ने सभी को रक्तदान हेतु प्रेरित किया।

धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रशासन डा ओ पी चौधरी ने लहू दान को अत्यंत पुनीत कर्तव्य बताया और कहा कि रक्त एक ऐसा जीवन रक्षक उत्पाद है और मरीज के लिए बहुत जरूरी है परंतु इसे किसी फैक्ट्री में नहीं बनाया जा सकता है।रक्त का एक मात्र स्रोत हम इंसान ही हैं। इसलिए हम सभी का फर्ज है कि समय समय पर रक्तदान करते रहें। खून देने वाली छात्राओं से कहा कि अपने माता- पिता को साधुवाद के साथ प्रणाम भी कहना,जिन्होंने आप लोगों को रक्त दान की इजाजत दी।रक्तदान के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए अपराजिता डूबे ने कहा कि मेरी बहुत दिनों से इच्छा थी कि रक्तदान करूं वह आज पूरी हुई।अब मैं अपने घर में व सभी जानने वालों से रक्त दान करने के लिए बात करूंगी।मानवता के लिए जरूरी भी है कि हम एक दूसरे की मदद करें।इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम की सह समन्वयक डा नंदिनी पटेल,सामुदायिक सेवा केंद्र की सह निदेशक डा विभा सिंह,आई क्यू ए सी के सह समन्वयक डा सुनील कुमार मिश्र,प्रसिद्ध सर्जन दो अजय अग्रवाल, श्री सुनील वर्मा,श्री अजय सिंह,श्रीमती पुष्पा आदि उपस्थित रहे।

डा ओ पी चौधरी
मीडिया प्रभारी

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