जिला पंचायत सदस्य के साथ सम्मनपुर थाने में तैनात एसआई शिव दीपक सिंह ने की बदसलूकी…
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अम्बेडकरनगर,अवधी खबर (बृजेश कुमार मनोज)। जनपद के पुलिस महकमे में वर्दी को बदनाम करने में शिव दीपक सिंह एसआई का नाम सुर्खियों में रहता है। इसके पहले भी कई कारनामे सामने आए थे। बसखारी क्षेत्र से भीम आर्मी एवं आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सदस्य जिला पंचायत राजेंद्र गौतम ने एक पैरवी के लिए मंगलवार को लगभग 2 बजे सम्मनपुर थाने में अपने सहयोगियों के साथ टाण्डा विधानसभा अध्यक्ष भीम आर्मी मोनू गौतम , विधिक सलाहकार मुकेश कुमार, महेन्द्र कुमार बौद्ध, संजय के साथ गए थे। उस समय थानाध्यक्ष दीपक सिंह यदुवंशी ऑफिस में मौजूद नहीं थे। उन्ही का बैठ कर इंतजार कर रहे थे तदुपरांत शिव दीपक सिंह एसआई अपने सहयोगी कांस्टेबल के साथ आये और जिला पंचायत सदस्य राजेन्द्र गौतम को बोले चलो यहाँ से भागों कचेहरी नहीं हैं। यहां भीड़ लगाकर बैठे हो और झलाते हुए बोले चमार साले ज्यादा नेता बनते हो अभी तुम्हारी नेता गिरी निकाल देंगे। जब राजेन्द्र गौतम ने पूछा आखिर क्या कारण साहब इतने गूसे में है। इतने में दरोगा ने उनके सहयोगियों को जाति सूचक शब्दों से माँ बहन की गाली गलौज देते हुए अपने कांस्टेबल से बोला सालों को लॉकअप में बन्द करो इतने में शिव दीपक सिंह ने राजेन्द्र गौतम और मोनू गौतम को मारते हुए लॉकअप में बंद करके पट्टे से मारा पीटा और गाली गलौज दिया। जब थानाध्यक्ष दीपक सिंह यदुवंशी को सूचना मिला तो तुरंत छोड़ने का आदेश दिया। वहीं भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के नेताओं को जब पता चला तो घोर निंदा किया। भीम आर्मी के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश संगठन सचिव निखिल राव ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि को बेरहमी से पिटाई करना बेहद निंदनीय है। हमारे लोकतंत्र और संविधान को हनन किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन दोषी पुलिस कर्मियों पर तत्काल कार्यवाही करें नहीं तो संगठन आंदोलन के लिए बाध्य होगा। इस सन्दर्भ में जब थानाध्यक्ष दीपक सिंह यदुवंशी से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि एक शादी समारोह का कार्यक्रम था। वापस आते समय सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो पक्षों में मार पीट हुआ था। जिसमें से एक पक्ष के चार लोगों का सर फूटा हाथ टूटा हैं। जिसमें से मुल्जिम पक्ष की पैरवी के लिए राजेन्द्र गौतम आये थे। उस घटना में शिव दीपक सिंह विवेचक हैं उन्हीं से कुछ कहा सुनी हुई। जिसके कारण विवाद बढ़ गया। जीडी में नाम दर्ज हैं।