अमन का पैग़ाम देता है मज़हब-ए-इस्लाम : मोहम्मद रज़ा रिज़वी
1 min read
अम्बेडकरनगर (अवधी खबर)। खुशियों का त्योहार ईदुल फित्र हंसी खुशी के माहौल में अकीदत और एहतेराम के साथ शनिवार को सकुशल संपन्न हुई। जिले भर में एक साथ मस्जिद व ईदगाहों में अकीदतमंदों ने ईदुल फित्र की नमाज अदा की। राष्ट्र की समृद्धि तथा सामाजिक एकता व भाईचारगी के लिए सामूहिक रूप से दुआ की गई। गिले शिकवे भूल लोग गले मिले और एक दूसरे को मुबारकबाद दी। अम्न-शांति कायम रखने हेतु दिन भर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी गतिशील रहे।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह, पुलिस अधीक्षक
अजीत कुमार सिन्हा, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) सदानन्द गुप्ता और मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन अधीनस्थ अफसरों के साथ हालात पर पैनी नजर बनाए रहे। इसके अतिरिक्त जनपदीय सोशल मीडिया सेल द्वारा भी सामाजिक सद्भावना को बिगाड़ने एवं भ्रामक खबरों को प्रसारित करने वाले आसमाजिक तत्वों की सतत निगरानी की गई।
नगर के अयोध्या मार्ग स्थित मुख्य ईदगाह में शनिवार को सुबह से ही नमाजियों का जमावड़ा शुरू हो गया था। बच्चों की प्रसन्नता देखते ही बनती थी। यहां निर्धारित समय से पंद्रह मिनट विलंब से पौने नौ बजे नमाज आरंभ हो सकी। हाफिज शकील अख्तर ने नमाज पढ़ाई और हाफिज नसीरुद्दीन ने खुत्बा दिया। राजनीतिक नुमाइंदे और स्थानीय निकाय प्रत्याशियों की भी उपस्थिति रही। पुरानी तहसील परिसर स्थित मस्जिद किला में हाफिज मुहम्मद शिब्ली खान ने अभिभाषण में कहा इस्लाम धर्म प्रेम और समानता के साथ समाज को जोड़ने का संदेश देता है। अतः सामाजिक ताने-बाने को क्षति पहंचाने वाला धार्मिक नहीं हो सकता है। जामा मस्जिद मीरानपुर में मौलाना अकबर अली ने ठीक 10 बजे नमाज पढ़ाई। जबकि हुसैनी मस्जिद में मौलाना मोहम्मद रजा रिजवी, लतीफिया मस्जिद में हाफिज कारी अली अकबर मिस्बाही ने सुबह साढ़े सात बजे और केजीएन मस्जिद पेवाड़ा में मौलाना मोईनुद्दीन शेरी ने साढ़े आठ बजे नमाज अदा कराई।
जामा मस्जिद सिकंदरपुर में जफर मारुफी ने पढ़ाई नमाज : जामा मस्जिद सिकंदरपुर में इमामे जुमा सिकंदरपुर मौलाना जफर मारुफी ने कहा कि रोजेदारों ने अल्लाह की रजा के लिए महीने भर रोजे रखे और दिनभर भूखे रहकर अल्लाह की इबादत में मशगूल रहे। जिसका प्रतिफल अल्लाह तआला जरूर देगा। उक्त अवसर पर बाकर हैदर जैदी, जफर जैदी, अली नकी, अहमद रजा, शहनवाज जैदी, शहंशाह हुसैन, नकी हैदर, हसन अब्बास पूर्व प्रधान रुस्तमपुर अशरपट्टी अच्छन, मसरूर आलम जैदी, बेलाल हैदर, जमाल हैदर, आबिद कम्बर, अमान अब्बास सहित अन्य लोग मौजूद थे।