लग्जरी लाइफ छोड़ सड़क पर पैदल निकले बसपा सांसद रितेश पाण्डेय, जनता के बीच बटोर रहे सुर्खियां
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अम्बेडकरनगर (अवधी खबर)। बसपा सांसद रितेश पाण्डेय इन दिनों अम्बेडकरनगर लोकसभा क्षेत्र की पदयात्रा पर है। रितेश पाण्डेय रईस परिवार से भले ही ताल्लुक रखते हो लेकिन अंदाज और छवि एक जमीनी नेता की है। रितेश पाण्डेय का परिवार व्यवसाय के साथ ही राजनीति में काफी सक्रिय है। रितेश के पिता राकेश पाण्डेय जलालपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक है तो चाचा कक्कू पाण्डेय कांग्रेस के नेता और बाहुबली पवन कुमार पाण्डेय शिवसेना से पूर्व विधायक रह चुके है। सियासत रितेश पाण्डेय के परिवार में खानदानी है। जब बीजेपी की सुनामी चल रही थी तब हाथी पर सवार रितेश पाण्डेय को अंबेडकरनगर की जनता ने अपने प्यार का ताज पहनाकर सांसद बनाया था। विदेश से पढ़कर आए रितेश पाण्डेय हमेशा जनता के बीच रहे और जनता से जुड़े मुद्दों को समय समय पर लोकसभा में भी उठाते रहे।

राजनीति की महत्वाकांक्षा रखने वाले सांसद रितेश पाण्डेय 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले पूरे लोकसभा क्षेत्र के पैदल भ्रमण पर निकले है। अबतक 300 किलोमीटर से ज्यादा पैदल चल चुके रितेश पाण्डेय की पदयात्रा 6 मार्च को प्रसिद्ध धाम शिवबाबा में समाप्त होगी, लेकिन इसके पहले इतनी लंबी यात्रा के जरिए जनता के बीच अपनी सियासी पारी की एक अलग छाप छोड़ने के लिए बेताब रितेश पाण्डेय कड़ी मेहनत कर खूब सुर्खियां बटोर रहे है। रितेश पाण्डेय भले ही बसपा से सांसद है लेकिन रितेश की पदयात्रा से बसपा पार्टी काफी दूर है, माना जा रहा है रितेश पाण्डेय इस पदयात्रा को बिना किसी पार्टी का नाम दिए पूरा करना चाह रहे है। पदयात्रा में न कोई पार्टी और नही ही किसी पार्टी का कोई बड़ा नेता इसके बावजूद भी रितेश पाण्डेय की इस पदयात्रा को जनता का अटूट प्रेम मिल रहा है, और शायद यही वजह है कि जिले के सियासी गलियारों में इन दिनों हलचल भी तेज है। बेदाग छवि और न ही कोई शौक लग्जरी लाइफ छोड़ रितेश पाण्डेय अभी से अंबेडकरनगर लोकसभा क्षेत्र की जमीन को अपने पैरों से माप रहे है, जाहिर सी बात है अगर पदयात्रा को सफलता मिली तो आने वाले चुनाव में इसका असर दिखेगा साथ ही अन्य पार्टियों की मुश्किलें बढ़ना तय माना जा रहा है।