इल्म हासिल करो जिससे दुनिया व आख़िरत मिल सके : बक़ीअ जाफ़री
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अम्बेडकरनगर (अवधी खबर)। अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब ने फर्माया इल्म हासिल करना हर मुसलमान पर फर्ज है। अगर कोई इल्म की तलाश में सफर करता है तो अल्लाह उसकी वजह से उसे जन्नत के रास्तों का मुसाफिर बना देता है।
उक्त विचार मौलाना बकीअ जाफरी ने व्यक्त किया। वह जलालपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कटघर कमाल स्थित इमामबाड़ा में दिवंगत मोहम्मद वसीम के पुण्य हेतु आयोजित मजलिस को संबोधित कर रहे थे। शिक्षा का महत्व विषयक पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा पवित्र कुरआन के अवतरण की शुरुआत ही पढ़ने के आह्वान के साथ हुई। पैगंबर मोहम्मद साहब ने इरशाद है इल्म हासिल करना हर मुसलमान का फर्ज है। इस्लाम ने इल्म यानी ज्ञान हासिल करने को बहुत ज्यादा अहमियत दी है और लोगों को ज्यादा से ज्यादा इल्म हासिल करने के लिए प्रेरित भी किया है। लिहाजा हम सब को अधिकाधिक शिक्षा प्राप्त करने का प्रयास करते रहना चाहिए। केवल शिक्षा ही पूंजी है जिसे चुराया नहीं जा सकता है। और इसे खर्च करने से इसमें बढ़ोत्तरी होती है। अज्ञानता का एहसास ज्ञानार्जन के संग ही होता है। इसलिए हम साहिब-ए-नजर बनें और हमेशा तवाजो यानी झुकने को चुनें। अंत कर्बल की दुःखद घटना का जिक्र किया तो वातावरण शोकपूर्ण हो गया। मीर तालिब अब्बास ने मर्सियाखानी व शब्बीर हुसैन फहमी ने नौहाखानी किया। तहजीब हैदर, शुजा हैदर, काजिम हुसैन, रेहान जैदी, फातिर हुसैन, अहमद हसन, रियाज हुसैन, कमर अब्बास आदि शामिल थे।