मेडिकल कालेज छात्रों का मुख्यमंत्री कार्यालय लखनऊ पैदल मार्च जाने का नहीं दिखा कोई रंग…
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अम्बेडकरनगर,अवधी खबर (बृजेश कुमार मनोज)। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन वितने के बाद बच्चों द्वारा नया सगुफ़ा छोड़ कर जिला प्रशासन की बेचैनी बड़ा देते हैं। अभी हाल ही में कुछ दिन पहले मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ.संदीप कौशिक के खिलाफ पैरा 21 के छात्रों द्वारा उग्र आंदोलन कर नारेबाजी किया था और अपने न्याय की मांग पर अड़े थे। उनका आरोप था कि कॉलेज प्रधानाचार्य द्वारा 46 छात्रों को परीक्षा से वंचित किया गया है। लेकिन उस दौरान जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन के हस्ताक्षेप के बाद छात्रों ने आंदोलन बहाल कर दिया था। जिलाधिकारी ने एक रिपोर्ट शासन को भेजा था की मेडिकल कॉलेज में अनरेस्ट का माहौल बना हुआ है।

जिसके बाद शासन के द्वारा चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक को जांच सौंपा गया था। 4 जनवरी को मेडिकल कालेज पहुंचकर चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक श्रुति सिंह ने मेडिकल कॉलेज के समस्त फैकल्टी एवं छात्रों से बात कि थीं। उसी दौरान उन्होंने कहा था कि जो भी कमियां पाई गई हैं,उसमे कार्यवाई किया जाएगा। लेकिन एक माह वितने के बाद जब छात्रों को कोई रिजल्ट नहीं मिला तो 2 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लखनऊ कार्यालय पर पैदल जाने का ऐलान किया था। जब यह सूचना जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को मिला तो तभी से सबकी निगाहें मेडिकल कालेज के छात्रों पर टिकी हुई थी। जिसको लेकर आज सुबह से ही उपजिलाधिकारी टाण्डा दीपक वर्मा, क्षेत्राधिकारी टाण्डा संतोष कुमार, अलीगंज थानाध्यक्ष विजेन्द्र शर्मा, महिला थानाध्यक्ष बंदना अग्रहरी सहित अन्य थाने की पुलिस एवं पीएसी के जवान मैजूद रहें।