मोहम्मद अब्बास रिज़वी ने बयां की फ़ात्मा ज़हरा की फ़ज़ीलत
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अंबेडकरनगर। महिला सशक्तिकरण की हिमायती, मानवता की महान शिक्षिका, पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब की बेटी तमाम औरतों सरदार जनाबे फात्मा जहरा के जन्मदिवस पर अंजुमन अकबरिया मीरानपुर के तत्वावधान में रौजए फात्मेन में सालाना महफिल का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कुरान की तिलावत के बाद अनेक लोगों ने कसीदा, मनकबत प्रस्तुत कर वाहवाही बटोरी।
डा. कासिम हुसैन ‘कासिद अकबरपुरी’ के संयोजन तथा सज्जाद अस्करी नकवी द्वारा संचालित मीलाद कार्यक्रम में वरिष्ठ आलिमेदीन एवं विद्वान मौलाना सैयद मोहम्मद अब्बास रिजवी ने मादरे हसनैन फात्मा जहरा सलवातुल्लाह अलैहा की महिमा बयां करते उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा बीबी फात्मा को आबिदा, अजरा, आलिया, बतूल, सफिया, मर्जिया, मोहद्दिसा, हामिदा, उम्मे अबीहा, ताहिरा, राजिया आदि भी कहते हैं। प्रत्येक शब्द का विशेष अर्थ है। कसीदा पेश प्रस्तुत करते हुए असरार अकबरपुरी ने कहा बेटी भी अपनी कहते हैं और उम्मे अबीहा कहते हैं। श्रद्धालुओं की ओर से दुख्तरे रसूल जनाबे फातिमा जहरा के जन्मदिन की खुशी में जनपद के अलग-अलग इमामबाड़ों, रौजों और कर्बला के अलावा घरों में महफिल के संग नजर का आयोजन किया गया और लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दिया। महिलाओं ने भी इमामबाड़ों और रौजों में महफिल-मिलाद कर शहजादी फातिमा जहरा की यौमे विलादत पर खुशी मनाई।