मेडिकल कॉलेज में धरती के भगवान को परीक्षा में न बैठने देने से अंधकार में जिंदगी…
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अम्बेडकरनगर, अवधी खबर (बृजेश कुमार)। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर इस दौरान राजनीतिक अखाड़ा बन गया हैं। जहां धरती के भगवान सवरूप डॉक्टर पैदा होकर एक दूसरे की जिंदगी बचाते हैं। 2 जनवरी को उनकी जिंदगी खुद ही परीक्षा न दे पाने से अंधकार में चलीं गई। मेडिकल कॉलेज विगत कई महीनों से विवादों की सुर्खियों में छाया हुआ हैं। 21 बैच के छात्रों का आरोप है, की मेडिकल कालेज कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ.संदीप कौशिक द्वारा अभी हालही में इंसेप्ट के नाम पर जबरन अवैध धन वसूली किया जा रहा था। तभी सभी छात्रों ने मुख्य रूप से विरोध किया था। उसी समय ही प्रधानाचार्य ने कहा था की सभी का कैरियर बर्वाद कर दूँगा। उसी का मुख्य कारण है, की 100 छात्रों में से 46 छात्रों को परीक्षा नहीं देने दिया गया। जिसमें से 10 बच्चों को निष्क्रिय कर दिया गया है। और 36 बच्चों को विषय में उपस्थिति दर्ज न होने से परीक्षा से वंचित कर दिया गया है। जबकि बच्चों का कहना है कि हम सब का उपस्थिति प्रतिदिन का दर्ज हैं।

प्रधानाचार्य द्वारा फर्जी उपस्थिति रजिस्टर बनाकर हम लोगों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसके कारण बच्चों के डिप्रेशन में हो जाने से 6 छात्रों की तबियत बिगड़ने से इमरजेंसी वार्ड में सोमवार को सुबह लगभग 11 बजे भर्ती कराया गया। सूत्रों की माने तो छात्रों को पॉइजन खाने की बात कहीं जा रही हैं। वहा मैजूद चिकित्सको से जब पूछा गया की बच्चों ने क्या खाया है, तो उन्होंने बताया की बच्चे तीन दिन से खाना नहीं खायें हैं। उसी कि वजह से परेशान हैं। बच्चों के परेशानी से आहत होकर छात्रों ने उग्र आंदोलन करना शुरु कर दिया। लगभग दो दिन घंटे तक छात्रों ने इमरजेंसी वार्ड में कॉलेज प्रशासन और प्रधानाचार्य डॉ,संदीप कौशिक के खिलाफ नारेबाजी किया जब वहां कोई सुनवाई नहीं हुआ तो कुछ समय बाद शाम लगभग 4 बजे टाण्डा अकबरपुर मुख्य मार्ग को ही जामकर प्रिंसिपल हत्यारा हैं, पैसा इसको प्यारा है। कैरियर बर्वाद कर दिया है क्या जान लेकर छोड़ोगे। प्रिंसिपल इस्तीफा दो के नारेबाजी से गुज उठा छात्रों का उग्र प्रदर्शन देख जिला प्रशासन का रोंगटे खड़े हो गए। कुछ समय बाद आनन फानन में पहुंच अपर जिलाधिकारी सदानंद गुप्ता और अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय ने मेडिकल कालेज पहुंच कर छात्रों को किसी तरह समझा बुझाकर अवरुद्ध मुख्य मार्ग खोलवाया इसके बाद पुनः छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के मेन गेट पर ही धरना पर बैठकर आने जाने का रास्ता बंद कर दिया। खबर लिखते समय तक धरना समाप्त नहीं हुआ था।

इस संदर्भ में जब एडीएम सदानंद गुप्ता से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि छात्रों से बात किया जा रहा है। उन्होंने लिखित शिकायत देने की बात कहीं हैं। शिकायत पत्र प्राप्त होगा तो उसी के अनुसार जांचकर शासन को भेजा जाएगा। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय, टाण्डा उपजिलाधिकारी दीपक वर्मा, सीओ टाण्डा संतोष कुमार, टाण्डा कोतवाल अमित सिंह, अलीगंज थानाध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, मेडिकल कालेज चौकी प्रभारी प्रियांशु भट्ट सहित मय पुलिस फोर्स मौजूद रहीं।