खाद्य सामग्रियों में मिलावटी चमक दमक वाली मिठाईयों की आमद शुरू
1 min readअवधी खबर
अम्बेडकर नगर।दीपावली का त्योहार नजदीक आते ही हमेशा की तरह इस बार भी मिलावट खोर एवं मुनाफाखोरों का बोलबाला बाजार में दिखाई पड़ना शुरू हो गया है। नगर सहित ग्रामीण अंचलों की बाजारों में अधिकांश दुकानों पर खाद्य सामग्रियों में मिलावटी रंग गाढ़ा हो रहा है। दीपोत्सव के अवसर पर मिलावटखोरों का ही अधिपत्य बाजार में छाया रहता है। यह अपने कारनामों के जरिये आम लोगों के जान के दुश्मन बने हुए हैं। कैसर, टीवी जैसी जानलेवा बीमारियां सिन्थेटिक सामग्रियों के माध्यम से तेजी से पनप रही है। जो जानलेवा साबित हो सकती है।
इस काले धन्धे को रोकने के लिए शासन प्रशासन के पास पुख्ता योजना का अभाव है। लोगों का मानना है कि प्रशासन की नाकामी से ही यह गोरखधंधा फल फूल रहा है। दीपावली के मौके पर मिठाई, खोया, पनीर, घी, दूध आदि जरा जांच परख कर प्रयोग कीजिये। घातक पदार्थो को मिला कर तैयार किये गये खाघ पदार्थ जान लेवा हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो दीपोत्सव के अवसर पर नगर क्षेत्र में सिन्थेटिक घी, खोया, पनीर, छेना, मिठाई सहित अन्य चमक दमक वाली मिठाईयों की आमद शुरू हो गई है। सिन्थेटिक खाघ पदार्थो के सम्बन्ध में विशेषज्ञों का कहना है कि सिन्थेटिक मिठाईयां यूरिया फार्मलीन की मदद से बने दूध से तैयार होती है। जो लीवर के साथ साथ आंत के लिए खतरनाक साबित होता है। जिससे अंग धीरे-धीरे काम करना बन्द कर देते हैं। वहीं खोया के मुनाफाखोर आलू, सोख्ता, कागज, आरारोट, आटा आदि मिला कर खोया तैयार कर रहे हैं।
नगर के व्यापारी दीपक केडिया कहते हैं कि कुछ भ्रष्ट मानसिकता के लोग पूरे व्यापारी समाज को शर्मशार कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर व्यापार मण्डल स्वयं कार्यवाही सुनिश्चित करायें। वहीं क्षेत्र के प्रबुद्ध जनो ने सिन्थेटिक खाद्य सामग्रियों की हो रही बिक्री व आमद को रोकने के साथ नगर सहित ग्रामीण अंचलों की बाजारों में टीम गठित कर विशेष अभियान चलवाने की मांग जिलाधिकारी से की है।