मंहगाई की मार गीली लकड़ियों से अपनी रसोई सजाने के लिए विवश.
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अवधी खबर
अंबेडकर नगर।रसोई गैस के दामों में भारी वृद्धि से गरीब महिलाएं फिर से लकड़ी से भोजन बनाने लगी हैं। महंगाई डायन ने महिलाओं के रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। सरकार की लाख कोशिशों के बाद उज्ज्वला योजना से गैस सिलेंडर तो गरीब पात्रों को मुहैया करा दिया गया लेकिन यदि सत्यता की तरफ देखें तो महंगाई की मार ने गरीबों के रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में पता चला कि 90% महिलाएं उज्ज्वला योजना के सिलेंडर को बगल में रखकर चूल्हे पर लकड़ियों से खाना पकाने के लिए विवश हैं। उनसे जब सत्यता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की इतनी महंगाई में सिलेंडर भरवाना संभव नहीं है इस कारण से टूटी फूटी गीली लकड़ियों से अपने रसोई को सजाने के लिए विवश हैं। सरकार ने महिलाओं के सम्मान में महिलाओं के नाम से उज्ज्वला योजना की गैस तो मुहैया करा दी लेकिन अब महंगाई की मार से तड़प रही इन महिलाओं को राहत कैसे मिल पाएगा। महिलाओं ने सरकार से रसोई में खलल डाल रही महंगाई को कम करने की अपील की है।