माता पिता से कठोर बर्ताव घोर पाप : मौलाना नूरूल हसन
1 min readमाता पिता से कठोर बर्ताव घोर पाप : मौलाना नूरूल हसन

अंबेडकरनगर। पवित्र कुर्आन में अल्लाह का मां-बाप के बारे में कथन है उनके साथ अच्छा बर्ताव करो। अगर उनमें से कोई एक या दोनों ही तुम्हारे सामने वृद्धावस्था में पहुंच जाएं तो उन्हें ‘उफ’ तक न कहो। और न उन्हें झिड़को बल्कि उनसे हमेशा नम्रता से बात करो।
उक्त विचार मौलाना नूरूल हसन रिजवी ने अधिवक्ता एहसास रजा व समाजसेवी शीबू रिजवी की ओर से जलालपुर तहसील क्षेत्र के तहत मौजा मछलीगांव स्थित इमामबाड़ा शहंशाह हुसैन में दस दिवसीय वार्षिक मजलिस कार्यक्रम के पहले दिन संबोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने आगे कहा कि ईश्वर के निकट माता-पिता की महिमा और महत्व यह है कि उनके कठोर व कष्टदायक व्यवहार के बावजूद भी संतान को उनसे कठोर रवैया नहीं अपनाना चाहिए। क्योंकि अल्लाह की दृष्टि में यह भी वाल्दैन की शान के खिलाफ है। मौलाना ने बल देकर कहा कि कुर्आन मजीद का प्रत्येक आदेश निर्देश हर मुसलमान के लिए अनिवार्य है। अंजुमन असगरिया ने नौहोमातम किया। डा. जाकिर इमाम, हाशिम रजा, तौसीफ रजा, मौलाना कंबर अब्बास, असलम खान, अकील अब्बास, नसीम हैदर, मोहम्मद आदि उपस्थित थे।