सुकून के लिए ज़िक्रे इलाही किया करो : नूरूल हसन
1 min readसुकून के लिए ज़िक्रे इलाही किया करो : नूरूल हसन

अंबेडकरनगर। टांडा तहसील क्षेत्र के ग्राम पकरी खास में 29 मोहर्रम रविवार को सैयद हसन अब्बास, सैयद अली अब्बास, सैयद अली रजा की ओर से शोहदाए कर्बला की याद में जुलूसे अजा का बीसवां दौर संपन्न हुआ।अजाखाना-ए-जहरा में प्रारंभिक मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना नूरूल हसन रिजवी ने कहा कुरान मजीद में अल्लाह तआला ने फरमाया है आगाह हो जाओ तुम्हारे दिलों को कोई और चीज मुतमईन नहीं कर सकती, सिवाए जिक्रे इलाही के। यही इबादत जिस्मानी और रूहानी सुकून का कारण बन सकता है। मौलाना सैयद परवेज कमाल ने अपने संबोधन में कहा अगर ये मजलिसो मातम और जुलूस न होता तो आज हमारी कोई पहचान ही न होती। अंत में उन्होंने शहजादी कौनेन से इस अजा को कुबूल फरमाने की दुआ किया। मौलाना महताब हुसैन बलरामपुरी ने कहा हम रहें न रहें लेकिन यह अजादारी का सिलसिला हमेशा जारी रहेगा। क्योंकि खातूने जन्नत जनाबे फात्मा जहरा से रसूले खुदा का वादा है कि अल्लाह एक कौम पैदा करेगा जो कर्बला वालों की याद ताहश्र मनाता रहेगा।
नौहो मातम का क्रम मेजबान अंजुमन शमशीरे हैदरी ने शुरू किया। तत्पश्चात मौलाना व शायर
शोजब जलालपुरी ने नौहा पेश करते हुए कहा ‘बोली बहन भाई से लिपट कर ऐ मेरे भैय्या मरने न जाओ’। अंजुमन रौनके इस्लाम मुस्तफाबाद-जलालपुर का नौहा था अलम शह के गाजी का उठता रहेगा। अंजुमन इमामिया जलालपुर ने पढ़ा तड़प के कहती हैं जैनब सुनो बयां नाना। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मुबारक जलालपुरी ने कहा बे-जबां गया जालिम को रूलाने के लिए, हुरमुला ही गया जान गंवाने के लिए।