कठिन समय में धैर्य का परिचय दिया कर्बला वालों ने : मौलाना जाफर अली
1 min readकठिन समय में धैर्य का परिचय दिया कर्बला वालों ने : मौलाना जाफर अली

अंबेडकरनगर। कर्बला के मासूम इमामों के बताए मार्ग पर ईमानदारी से अकीदतमंद चलें तो इसी दुनिया में रहते हुए जन्नत में अपना मकाम देख सकते हैं। खुदा वंदे आलम को राजी करने का हर फार्मूला रसूल व आले रसूल चौदह सौ वर्ष पहले ही बता चुके हैं।
उक्त विचार अकबरपुर विकास खण्ड के ग्राम कालेपुर में पूर्व प्रधान तफसीर हुसैन जैदी के दिवंगत पिता तौकीर हुसैन जैदी की मजलिसे फातिहा पढ़ते हुए मौलाना जाफर अली रिजवी ने व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि दुरुद की महिमा बहुत अधिक है। खलीले खुदा जनाबे इब्राहीम को जो स्थान प्राप्त हुआ वह इसी दुरुद के परिणामस्वरूप है। नबी-ए-करीम हजरत मोहम्मद साहब और उनके खानदान के लोगों पर दुरुद का नजराना पेश कर दुनिया एवं आखिरत की परेशानियों को दूर किया जा सकता है। जबकि मौलाना सैय्यद इजहार अब्बास ने कहा कि खिताब करते हुए कहा पवित्र कुरान में अल्लाह का कथन है कि मुसीबत में सब्र और खुशी में शुक्र अदा करना चाहिए। रसूले अकरम तथा उनके स्वजनों ने हर कठिन समय में धैर्य का परिचय दिया है, जो हमारे लिए नमूनए अमल है। मजलिस कार्यक्रम में मौलाना मोहम्मद अब्बास रिजवी, अल-इमाम चैरिटेबल फाउंडेशन ताजपुर के अध्यक्ष ख्वाजा शफात हुसैन एडवोकेट, आरिफ अनवर, नज्जन हुसैन जैदी, डॉ. सैय्यद हैदर अब्बास, सैय्यद बाकर मूसा, शबीहुल हसन जैदी, दिलावर हुसैन, इमरान हुसैन जैदी, तनवीर हुसैन जैदी, हसन अब्बास जैदी, तस्वीर हुसैन, परवेज हसन, मुहम्मद हैदर, शोऐब अब्बास, मेहदी रजा आफताब सहित सैकड़ों अजादार उपस्थित थे।