हजरत मुस्लिम बिन अकील का इस्लामी इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है : डॉ मोहम्मद असग़र
1 min readअंबेडकरनगर। नवासए रसूल इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चचाजाद भाई हजरत मुस्लिम बिन अकील का इस्लामी इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। वह मुतक्की थे और कुरान मुतक्की को सबसे बड़ा मानता है।

उक्त विचार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मौलाना डॉ. सैयद मोहम्मद असगर ने व्यक्त किया। वह इमामबाड़ा मीरानपुर में तंजीम रजाए इलाही के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक मजलिस कार्यक्रम के अंतिम दिन शुक्रवार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने जनाबे अपना दूत बनाकर भेजा था इसलिए बहुत सावधानी पूर्वक कदम उठा रहे थे। अंततः तत्कालीन शासक इब्ने ज्याद के हाथों वे छल पूर्वक शहीद कर दिए गए।
उससे पूर्व मौलाना सैयद आदिल अब्बास ने खिताब करते हुए हजरत मुस्लिम बिन अकील की शहादत का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया। इसी क्रम में मौलाना सैयद अली रिजवान जैदपुरी ने शोहदा-ए-कर्बला की शिक्षाओं के मुताबिक जीवन व्यतीत करने की बात कही। संस्था रजाए इलाही के सचिव आरिफ अनवर अकबरपुरी के अतिरिक्त मौलाना नूरूल हसन, मौलाना मोहम्मद असगर शारिब, यासिर, पन्नू, रेहान जैदी, इम्तियाज हुसैन, जुल्फेकार हुसैन, जियो, शीबू रिजवी, आकिब आदि ने अतिथियों की आवभगत किया।