माता-पिता की सेवा से किया जा सकता है ईश्वर को प्रसन्न मौलाना गुलजार जाफरी

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अंबेडकरनगर। धर्म समाज को जोड़ने का संदेश देता है। मजहब के नाम पर विद्वेष फैलाने वाले तत्व निश्चित रूप से अधर्मी हैं। यह विचार मौलाना सैयद हैदर अब्बास ने व्यक्त किया। वह जलालपुर तहसील क्षेत्र के कटघरमूसा में मरहूमा शरफुन्निशां के पुण्य हेतु आयोजित मजलिस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस्लाम धर्म के वास्तविक संदेशों को अपनाने और उसके प्रचार प्रसार पर बल देते हुए कहा कि अल्लाह तआला द्वारा पवित्र कुरान में जियो और जीने दो का जो सिद्धांत दिया है उसे अपनाना ही होगा। जाफर, कल्बे, अजादार, नैयर, अकबर आदि मौजूद थे।
उधर जलालपुर के जाफराबाद में मरहूमा उम्मे सलमा के ईसाल-ए-सवाब हेतु आयोजित मजलिस को मौलाना गुलजार हुसैन जाफरी व मौलाना जैगमुलगर्वी ने संबोधित करते हुए कहा प्रेम पूर्वक सेवा कर मां-बाप को खुश करने का मतलब रब को खुश करना है। उससे पहले मास्टर शरीफ अहमद ने कुरान की तिलावत जुहैर व मुजफ्फर ने मर्सियाख्वानी तथा अंसर जलालपुरी, मशहद जलालपुरी और वारिस जलालपुरी ने कलाम पेश किया।

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